मेरा
नाम अंजलि है और में
एक छोटे से गांव में
रहती हूँ. और आज में
आप लोगो को मेरी कहानी
बताने जा रही हू,
वैसे मेरे बारे में भी बता दू
में २० साल की
5.9'' फुट लम्बी लड़की हु और मेरा
रंग गोरा और मेरे बूब्स
34-30-34 है, और मेरा कसा हुआ
बदन किसी भी मर्द को
मेरी तरफ खींच सकता था!
तो
बात हे गर्मी के
दिनों की जब में
अपने कॉलेज थी, मेरी क्लास के हर लड़के
के दिल पर सायद मेरा
राज था, क्यों की हर लड़का
मुझसे दोस्ती करना चाहता था
और सायद मुझसे दोस्ती करने को लेकर वो
आपस में झगड़ते रहते थे. मुझे सब लड़के घूरते
रहते थे ऐसा लगता
था मनो की वो आँखों
ही आँखों में मुझे चोद रहे हो. मेरा भी मान तो
बहुत था किसी एक
से दोस्ती का लेकिन किसी
एक से भी दोस्ती
करना मतलब गाँव में पता चलना। क्यों की सभी गाँव
के ही लड़के थे
कुछ मेरे पास के और कुछ
मेरे दूर गाँव के, और अगर ऐसा
हो जाता तो मेरे घरवाले
मुझे कॉलेज जाने नहीं देते इसीलिए में चाहते हुए भी इन सब
से दूर रहती थी.
इन
सभी के बीच एक
दिन जून की गर्मी का
दिन था में कॉलेज से
आयी दोपहर का समय था,
मेरी माँ की तबियत उस
दिन ख़राब थी तो जब
में कॉलेज से आयी और
खाना खाने के बाद मेरी
माँ ने मुझे कहा
की में खेत पर जा कर
जानवरो के लिए घास
ले आउ हमारा खेत
गाँव से 1 से 2 किलोमीटर दूर था
तो
में खेत में चली गयी और मेने घास
काटा और
घर ले आयी लेकिन
गर्मी के कारन मेरा
शरीर पसीने में भीग गया और खुजली भी
चल रही थी. तो मेने माँ
को कहा की में नहा
कर आती हू, हमारे खेत में एक पानी का
टैंक था जिसमे पानी
इकठा किया जाता हे और फिर
फसल को दिया जाता
था तो जब में
जाने लगी तो माँ ने
मुझे रोक दिया क्यों की हमारा खेत
हाईवे के पास था
लेकिन मेने माँ की बात नहीं
सुनी और में खेत
में दोबारा चली गयी.
में पानी के टैंक के पास गयी और मैने वहा अपने कपडे रखे और चारो तरफ देखा लेकिन दूर दूर तक कोई नहीं दिखा तो में टैंक में थोड़ा अंदर उतरी और नहाने लगी.
मेने
अपना सलवार और कमीज उतार
दिया और अब में
केवल ब्रा और पेंटी में
थी उस दिन मेने
लाल रंग की ब्रा और
पेंटी पहन रखी थी. गर्मी की तपती धुप में जैसे ही पानी मेरे
शरीर पर
गिरा तो मनो मेरे
बूब्स मुझे कह रहे हो
की हमें भी इस घुटन
से आजाद कर दो और
खुली हवा में सांस लेने दो.
बस
फिर क्या था मेने अपनी
ब्रा भी अपने बूब्स
से अलग कर दी अब
मेरे दोनों उभरे हुए बूब्स खुली हवा में पानी के साथ खेल
रहे थे और में
उनके साथ खेल रही थी, बूब्स को सहलाते सहलाते
कब मेरा हाथ मेरी गरम चूत में
चला गया पता ही नहीं चला
और मेने देखते ही
देखते पेंटी भी खोल दी
और अब में पूरी
नगन हो चुकी थी
और
अब में अपने पुरे नंगे बदन को सहला रही
थी मेरा एक हाथ मेरे
बूब्स को सहला रहा
था तो दूसरा हाथ
मेरी चुत की
गरम वादियों में हलचल पैदा कर रहा था.
और मेरी लम्बी लम्बी सांसे चल रही थी
और में आंखे बंद किये हुए इस दुनिया से
अनजान दोनों हाथो से अपने बूब्स
और चुत को
सहला रही थी और अपने
जिस्म की प्यास को
अपने हाथो से भुजा रही
थी तभी मेरी चुत से
कुछ चिपचिपा सा पानी निकला
और ाँह निकल गयी और में शांत
हुई.
और
जैसे ही मेने अपनी
आंखे खोली तो मेरी आंखे
फटी की फटी रह
गयी, एक 6 फुट लम्बा लड़का मेरे सामने खड़ा था मेने यका
यक अपनी सलवार खींची और कैसे जैसे
अपने आप को ढका
लेकिन फिर भी मेरे बूब्स
और मेरी चुत दिख रहे थे मेने उस
लड़के से हिचकिचाते हुए
पूछा कोन हो तुम........ ?
तभी
उस लड़के ने थोड़े डरे
हुए अंदाज में कहा की मेंरा नाम
राहुल हे और में
इधर हाईवे से जा रहा
था और मुझे प्यास
लगी तभी मेने देखा की यह पानी
चल रहा था तो में
पानी लेने आ गया, लेकिन
जब आपको यहा देखा तो आपके नंगे
बदन को देख कर
मेरे मुँह से कुछ न
निकला और में आपको
ही देखता गया, मुझे माफ कर दीजिये!
यह बोलकर वह दूसरी तरफ घूम गया और मेने तुरंत अपना सलवार पहना और टैंक से बाहर आ गयी. लेकिन जैसे ही मेने उस लड़के की तरफ देखा तो मेने देखा की उस लड़के ने मेरा वीडियो बना लिया था सायद वो उसे ही देख रहा था दोबारा मेने उससे पूछा की ये सब क्या हे तो उसने बिना डरे कहा की जो मजा में अपने हाथो से ले रही थी वो मजा में तुम्हे दे सकता हु. उसकी बात सुन कर मेने उससे कहा की ये क्या बोल रहे हो तुम। तभी उस लड़के ने कहा की अगर तुम मेरी बात नहीं मानोगी तो ये विडिओ में सबको दिखा दूंगा
उसकी
ये बात सुनकर मैं डर गई और
उसे कहा की
वो ऐसा कुछ ना करे लेकिन
वो कहा सुनने
वाला था. फिर उसने कहा की
वो केवल एक बार करेगा
और फिर उस वीडियो को
हटा देगा। वैसे तो में मन
ही मन सोच रही
थी की इसने मुझे
नंगा तो देख ही
लिया हे क्यों न
इसके साथ थोड़ी मस्ती कर ली जाये
लेकिन में सोच रही थी की पहले
शुरुआत यही कर दे.
वैसे
भी दिखने में वो बुरा नहीं
था 6 फुट लम्बा और खूबसूरत था
और वैसे भी गाँव के
किसी और लड़के के
साथ में कुछ कर नहीं सकती
थी तो सोचा के
आज क्यों न सारी प्यास
भुजा लू वैसे भी
वह खेत में कोई नहीं था
पहले
तो मेने मना किया लेकिंन बाद में मेने कहा की तुम एक
बार करने के बाद ये
हटा दोगे ना वो मान
गया. और इतना कहते
ही उसने आस पास कुछ
नहीं देखा और मेरे होटो
पर खुद के होठ रख
दिए और जोर जोर
से चूसने लगा.
पहली
बार किसी लड़के ने मुझे किस
किया था में अपने
आप को संभाल पाती
उतने ही देर में
उसने मुझे पानी में जोर का दखा दिया और खुद सारे
कपडे उतार कर
पानी में कूद गया मेने पहली बार किसी लड़के को नंगा देखा
मेरे तो होश उड़
गए उसके लंड को देख कर
बिजली के खम्बे की
तरह खड़ा 7 इंच लम्बा और मोटा लंड
था उसका। वो मेरे ऊपर
आया और मेरे सारे
कपडे खोल दिए में 1 बार फिर नंगी हो गयी लेकिन
इस बार मेरे साथ लड़का भी था वो
पागलो की तरह मुझे
चुम रहा था और बोल
रहा था
की
मेने ऐसा जिस्म आज तक किसी
का नहीं देखा जी करता हे
की में तेरे ये बड़े बड़े
बोबों को चुस्ता रहु,
उसके चूसने से मेरे बूब्स
के निपल टाइट हो गए थे
वो उन्हें रगड़े जा रहा था
और साथ ही दान्त से
काट रहा था में भी
पागल हुई जा रही थी
पहली बार एक अलग ही
अहसास हो रहा था
में भी उसके होंटो
का सारा रस पी रही
थी और वही दूसरे
साथ से कब उसके
लण्ड को
सहलाने लगी पता ही नहीं चला
जैसे
ही मेने उसके लण्ड को छुआ उसने
कहा की
साली कुतिया चुदना तो
तू भी चाह रही
थी बस मना करने
का नखरे कर रही थी
मेने
भी उसे बोला की
अब तो तुझे पता
चल गया ना तो आज
मेरी चुत को
फाड़ दे मेरे कुत्ते
मेरा ये बोलना था
की उसने मुझे निचे जोर का दखा दिया
और अपना लंड मेरे मुँह में डाल दिया
मेरी तो जैसे जान
ही निकल गयी में कुछ बोल भी नहीं पा रही
थी वो बस मेरे
मुँह को चोदे जा
रहा था उसका मोटा
लंड में अपने गले से भी निचे
तक महसूस कर रही थी
मेने आज तक छोटी
सी लॉलीपॉप भी नहीं ली
थी और ये अपना
लंड दिए जा रहा था
उसके लंड के झटको से
ऐसा लगा जैसे मेरी जान गले में आ गयी हो
और उसने एक जोरदार झटके
से अपना 7 इंच लम्बा मोटा लंड मेरे गले तक देकर कुछ
देर ऐसे ही खड़ा रहा
मेरी हालत सर्कस के उस बन्दर
की तरह थी जो केवल
मदारी की हर बात
मान रहा था लेकिन कुछ
बोल नहीं सकता थी
तभी मुझे ऐसा लगा जैसे कुछ गरम गरम सा मेरे मुँह में कुछ गिरा सायद उसने अपने लंड का वीर्य मेरे मुँह में ही निकाल दिया था और अब उसने लंड बाहर निकला और मेरे मुँह को बंद कर बोला की पि इसे मेरी कुत्तिया मुझे बड़ा अजीब लग रहा था लेकिन क्या करू पीना पड़ा बड़ा ही चिपचिपा और नमकीन स्वाद था
इतना हुआ ही था की उसने मुझे उठाया और मेरी दोनों टांगो को फैला दिया और मेरी चुत में अपनी जीभ डाल मेरे मुँह से जोरदार सिसकारी निकल गयी आंआंआंआंआंहहहहहह और में लम्बी लम्बी सांसे लेने लग गयी मेरे अंदर एक आग सी लग गयी थी मनो ऐसा लग रहा था की इस की जीभ और अंदर तक जाये और जोर जोर से मेरा सारा रस बाहर निकाल दे
अब
में भी अपनी कमर
को हिला हिला कर उसका साथ
दे रही थी वो कभी
ऊँगली डालता कभी जीभ मेरे मुँह से अजीबो गरीब
आवाजे निकल रही थी और मुझे
ऐसा लगा के जैसे कोई
पानी का गुबार मेरे
शरीर से
होते हुए मेरी चुत से
निकलने को तैयार था
में उसे बोल रही थी की और
जोर जोर से करो जान
तभी मेरे अंदर का पानी निकल
गया और मेरी जोर
से आंह निकल गयी मेरा सारा शरीर कांप
रहा था मनो मेरे
शरीर से
बहुत कुछ निकल गया हो
इतने में वो खड़ा हुआ और अपना लंड फिर से मेरे मुँह में दे दिया सब कुछ इतना जल्दी हुआ की मुझे समझ में नहीं आ रहा था हां लेकिन मजा बहुत आ रहा था तभी उसका लंड एक बार फिर खड़ा हो गया और इस बार उसने मुझे खड़ा किया और अपना मुँह मेरे मुँह में डाल कर मेरे मुँह को बंद कर दिया और मेरे हाथो को कस के पकड़ लिया ये सब देख मुझे लग रहा था की अब मेरी खेर नहीं और अब कुछ बड़ा होने वाला हे तभी उसने एक जोरदार झटका दिया और मेरी आँखों से आंसू निकल आये और मेरी आवाज मेरे मुँह में ही दब गयी मनो ऐसा लग रहा था की इसे जोर से दखा देकर अलग कर दू लेकिन उसने मुझे कस के अपनी भाहो में भर रखा था
मेरे
आंसू निकले जा रहे थे
और मेरे दोनों हाथ उसकी पिठ को अपने नाखुनो
से खरोच रहे थे में अपना
सारा गुस्सा उसकी पीठ पर निकाल रही
थी लेकिन उसने कुछ नहीं बोला और कुछ देर
ऐसे ही खड़ा रहा
सायद उसकी पीठ से खून निकल
आया था अब मेरा
भी दर्द कुछ कम हुआ और
वो अब धीरे धीरे
अपने लंड को अंदर बहार
कर रहा था
अब मुझे भी थोड़ा शांत महसूस हुआ और अब उसके अंदर बाहर करने से मुझे मजा आने लगा अब उसने मुझे अपनी बह्नो से छोड़ और मेरे बूब्स को सहला रहा था और अपने लंड को अंदर बाहर कर रहा था अब में भी उसका साथ दे रही थी की अब वो अपनी स्पीड बड़ा रहा था और जोर जोर से मुझे चोदने लगा दर्द के मरे कांपे जा रही थी और मजा भी ले रही थी मेरे मुँह से बस कभी आँआँआँआँआँहहहहहहहह ओओओओहहहहहहहह जैसी आवाजे निकल रही थी
और वो बीना रुके मुझे चोदे जा रहा था अब वो मुझे घोड़ी बना कर चोद रहा था
और मेरे बूब्स को अपनी पूरी ताकत से दबा रहा था साथ ही वो बिच बिच में मेरे गांड में
भी ऊँगली डाल रहा था और मेरी गांड पर जोर जोर से थपड लगा रहा था मुझे ये सब अच्छा लग
रहा था
में
भी उछल उछल कर उसका साथ दे रही थी और वो मुझे बोल रहा था बोल मेरी घोड़ी केसा लग रहा
हे और में बस बेसूद यही कह रही थी की आज तेरी इस घोड़ी की चुत की सवारी कर के इसे फाड़
दे मेरे राजा, मेरी चुत की सारी गर्मी मिटा
दे , वो बोला हा मेरी रंडी आज तेरी चुत को चोद चोद कर इसका भोसड़ा बना दूंगा।
में
भी उसके आगोश में समाहित बस यही बोल रही थी की में तेरी रंडी हु तू आज मेरी चुत को चोद
चोद कर इसका भोसड़ा बना दे, चोद चोद मेरे
राजा और जोर से चोद और में जोर जोर से आवाजे
निकाल रही थी इसी बिच उसने अपना पानी मेरी चुत में एक जोरदार पिचकारी के साथ छोड़ दिया
और इधर मेरा भी पानी निकल गया में उसका गर्म पानी अपनी चुत में महसूस कर रही थी।
इस
प्रकार उसने मुझे दो बार चोदा और फिर वो चला गया में भी अपने घर आ गयी लेकिन मेरी चुत
में दर्द हो रहा था और मुझे चलने में भी परेशानी हो रही थी पुरे 3 घण्टे चोदा था उसने
मुझे।
तो
दोस्तों कैसी लगी आपको ये मेरी कहानी मुझे कमेंट करके जरूर बताये।

















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